दिल्ली: 24/03/2025
दैनिक समाचार, दिल्ली: आई.एस. बी.टी, बस अड्डा के निकट महाराणा प्रताप पार्क (कुदेशिया वाटिका) में स्थित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने के विरोध में राजपूताना समाज जनहित, क्षत्रिय शक्ति संगठन और सर्व राजपूत समाज द्वारा सामूहिक रूप से मूर्ति को खंडित किए जाने के विरोध में आज एक मार्च निकाला और यह निर्णय लिया की जब तक महाराणा प्रताप की मूर्ती को पुनः स्थापित नहीं किया जाता तब तक यह विरोध प्रदर्शन चलता रहेगा.
इस अवसर पर राजपूत समाज जनहित के सयोजक सत्यभान सिंह सिकरवार के नेतृत्व में दिल्ली के नगर निगम आयुक्त को एक ज्ञापन भी दिया. जिसमें कहा गया कि महाराणा प्रताप की खंडित प्रतिमा को हटाकर नई प्रतिमा बनवाई जाय एवं इसको उसी स्थान पर पुनर्स्थापित किया जाय. साथ ही नियमित रूप से प्रतिमा और पार्क की निगरानी हेतु कम से कम दो गार्ड नियमित रूप से रखे जाय. जिससे भविष्य में ऐसी कोई अप्रिय घटना न घटे. साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि नई प्रतिमा का अनावरण शीघ्र किया जाय तथा इसकी इसकी निगरानी हेतु सीसीटीवी कैमरे लगाये जाय.
इसके अलावा यह भी नगर निगम आयुक्त से मांग की गई कि महापुरुषों के स्मारकों के रखरखाव के लिए सरकार द्वारा ये कदम भी उठाये जाने चाहिए जैसे: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा स्मारकों के संरक्षण और रखरखाव के लिए नियम बनाए जाने चाहिए, मूर्ति की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए, मूर्ति के रखरखाव के लिए नियमित रूप से सफाई, मरम्मत और पेंटिंग की जानी चाहिए, जिस भी महापुरुष की प्रतिमा हो, उनकी वार्षिक जयंती उसी स्थान पर बनाने की अनुमति और सहयोग दिया जाना चाहिए, रात्रि को प्रतिमा पर लाइट द्वारा फोकस किया जाना चाहिए, जिससे रात्रि में उस स्थान की शोभा बढ़ेगी, मूर्ति खंडित करने वाले को सजा का प्रावधान होना चाहिए.
राजपूत सर्व समाज ने कड़े शब्दों में यह निंदा की कि सरकार यदि हमारी मांगों को तुरंत नहीं मानती तो यह विरोध प्रदर्शन और अधिक जन बल के साथ तीव्र किया जाएगा. इस विरोध प्रदर्शन में लगभग 5000 हजार लोगो ने भाग लिया. विरोध प्रदर्शन में जो प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे उसमें राजपूताना समाज जनहित के अध्यक्ष सत्यभान सिंह सिकरवार, मयंक राणा,शिवम् सिंह सिकरवार, गंगा सिंह राठौड़, प्रशांत सिंह,जीत राजपूत, निक्की तोमर, जितेंद्र तोमर,दिनेश राघव, ललित तोमर, चन्द्रपाल, श्याम ठाकुर, सत्यपाल सिसोदिया, अनिल चौहान, महेश परिहार, मोहित सिंह चौहान आदि उपस्थित थे.